1. अर्ध कोक या मृदु कोक अपेक्षया हल्का और सर्ध्रां होता है तथा शीघ्र आग पकड़ लेता है।2. अर्ध कोक या मृदु कोक अपेक्षया हल्का और सर्ध्रां होता है तथा शीघ्र आग पकड़ लेता है।3. अर्ध कोक या मृदु कोक अपेक्षया हल्का और सर्ध्रां होता है तथा शीघ्र आग पकड़ लेता है।4. उच्चताप कार्बनीकरण से कठोर कोक और मध्यताप तथा निम्नताप कार्बनीकरण से अर्ध कोक या मृदु कोक प्राप्त होता है। 5. उच्चताप कार्बनीकरण से कठोर कोक और मध्यताप तथा निम्नताप कार्बनीकरण से अर्ध कोक या मृदु कोक प्राप्त होता है। 6. उच्चताप कार्बनीकरण से कठोर कोक और मध्यताप तथा निम्नताप कार्बनीकरण से अर्ध कोक या मृदु कोक प्राप्त होता है। 7. पहले दो किस्म के कोकों को कठोर कोक और तीसरे किस्म के कोक को अर्ध कोक या मृदु कोक कहते है। 8. पहले दो किस्म के कोकों को कठोर कोक और तीसरे किस्म के कोक को अर्ध कोक या मृदु कोक कहते है। 9. पहले दो किस्म के कोकों को कठोर कोक और तीसरे किस्म के कोक को अर्ध कोक या मृदु कोक कहते है।